उठो जवान देश के, तराने गाओ रे। जो पड़े प्रमाद में, उनको जगाओ रे। उठो जवान देश के, तराने गाओ रे। जो पड़े प्रमाद में, उनको जगाओ रे।
दुनिया को मिले जहाँ स्वार्थ वो तो बस वही होगा। दुनिया को मिले जहाँ स्वार्थ वो तो बस वही होगा।
वो कभी नहीं आया,उम्मीद की रौनी पर बादल मँडराते रहे,और देह की गठरी छन्न-छन्न बुझती रही। वो कभी नहीं आया,उम्मीद की रौनी पर बादल मँडराते रहे,और देह की गठरी छन्न-छन्न बुझत...
दूसरों का ख्याल रखना हम समझें आजादी का हम महत्व भी समझें हमारी आजादी बंधन न बने किसी दूसरों का ख्याल रखना हम समझें आजादी का हम महत्व भी समझें हमारी आजादी बंधन ...
बरगद की छांव वास्तव में हमें प्रसन्नचित्त करती हैं। बरगद की छांव वास्तव में हमें प्रसन्नचित्त करती हैं।
पूरी धरा मेरा कुटुंब है, मैं इसमें एक हिस्सा हूं , चहूँ की बदलती रहने वाली मैं एक दिशा पूरी धरा मेरा कुटुंब है, मैं इसमें एक हिस्सा हूं , चहूँ की बदलती रहने वाली मै...